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Saturday, 16 October 2021

ज्ञानी चोर की गुफा का रहस्य

ज्ञानी चोर की गुफा का रहस्य..... 

आज जिस रहस्य कि हम बात करने जा रहे हैं वह है  हरियाणा के रोहतक जिले के महम शहर में एक बावड़ी से है। महम की बावड़ी ज्ञानी चोर की गुफा के नाम से पूरी दुनिया में जानी जाती है। लोगो का कहना है  कि उस समय एक  ज्ञानी चोर नाम का चोर था , वह एक शातिर चोर था, जो अमीरों को लूटता था और पुलिस से बचने के लिए इस बावड़ी में छिप जाता था।

इस बावड़ी में एक कुआं स्थित है। इस कुएं तक पहुंचने के लिए 101 सीढ़ियां थी, लेकिन इस कुएं में अब सिर्फ 32 ही बची हैं। 1995 में भयानक बाढ़ आई थी जिसने बावड़ी के एक बड़े हिस्से को तबाह कर दिया था। फिलहाल यह बावड़ी पर पुरातत्व विभाग का कब्जा है। अब बावड़ी के चारों तरफ रेलिंग लगा दी गई है और साफ सफाई भी की जाती है। कुछ दीवारों और सीढ़ियों को फिर से बनाया गया है।मुगलकाल में बनाई गई इस बावड़ी को रहस्यों और किस्से-कहानियों के लिए जाना जाता है। बताया जाता है कि इस रहस्यमयी बावड़ी में अरबों रुपयों का खजाना छिपा है। यह भी दावा किया जाता है कि यहां सुरंगों का जाल है जो दिल्ली, हांसी, हिसार और पाकिस्तान तक जाता है। यहां पर बावड़ी के एक पत्थर पर फारसी भाषा में लिखा गया है स्वर्ग का झरना। बावड़ी में लगे फारसी भाषा के एक अभिलेख में बताया गया है कि मुगल बादशाह के सूबेदार सैद्यू कलाल ने 1658-59 ईसवीं में इस स्वर्ग के झरने का निर्माण कराया था।

ज्ञानी चोर की गुफा के नाम से प्रसिद्ध यह बावड़ी जमीन में कई फीट नीचे तक बनी है। लोग बताते हैं कि अंग्रेजों के शासन के समय एक बारात इस सुरंग के रास्ते दिल्ली जा रही थी, लेकिन बारात में शामिल सभी लोग गायब हो गए। बारात के कई दिन बीत जाने के बाद भी सुरंग में गए बाराती न तो दिल्ली पहुंचे और न ही वापस आए। तब से यह सुरंग चर्चा का विषय बन गई है। किसी अनहोनी होने की घटना की वजह से अंग्रेजों ने इस सुरंग को बंद कर दिया। यह सुरंग अभी भी बंद है। 






Friday, 15 October 2021

भारत के मोस्ट हॉन्टेड बीच का रहस्य। ....

 भारत के मोस्ट हॉन्टेड बीच का रहस्य। .... 

 आज  हम बात करने वाले हैं गुजरात के एक ऐसे बीच के बारे में, जिसका नाम भारत की मोस्ट हॉन्टेड जगहों में शुमार है। लोगों के मुताबिक  इस बीच पर  प्रेत आत्माओं के होने का दावा किया जाता है। यहां पर अक्सर कई पैरानॉर्मल घटनाएं होती हैं।  जिसके चलते इस बीच की डरावनी कहानी देश दुनिया में मशहूर है। गुजरात का ये बीच दिखने में काफी सुंदर है, पर इसकी सुंदरता के पीछे की कई  रहस्यमयी  कहानीया  टूरिस्टों को अपनी ओर आकर्षित करती है। आइए जानते हैं गुजरात के इस हॉन्टेड बीच के बारे में। 

इस बीच का नाम डुमास  बीच है।ये रहस्यमय जगह गुजरात के सूरत शहर के समुद्री तट पर स्थित है। ये बीच दिखने में बहुत ही सुंदर व साथ मे रोमांच व अनेक रहस्य से भरा है।  दिन के समय इस बीच पर सब कुछ सामान्य रहता है और कई लोग इस जगह पर आकर यहाँ का लुत्फ उठाते हैं। परंन्तु जैसे ही रात का साया गहरा होता है। सब कुछ मानो थम सा जाता है। सुंदर सी दिखने वाली ये जगह एक वीराने में बदल जाती है। इस दौरान यहां पर कोई भी जाने की हिम्मत नहीं करता है। रात के समय बीच के आस-पास भी कोई नहीं दिखता। बीच पर घूमने के लिए आए कई लोगों ने इस बात का जिक्र किया है कि उन्होंने इस जगह पर अजीबो-गरीब और रहस्यमय आवाजों को सुना।इस रहस्यमय डुमास बीच पर अब तक कई पैरानॉर्मल घटनाओं के मामले सामने आ चुके हैं।रिपोर्ट्स की मानें तो इस बीच पर रात के समय घूमने गए टूरिस्ट आज तक वापिस नहीं आ सके हैं।


स्थानीय लोगों के अनुसार काफी पहले इस जगह का इस्तेमाल एक श्मशान घाट के तौर पर किया जाता था। लोगों की मानें तो यहां पर आज भी कई प्रेत आत्माएं भटकती हैं। इसी वजह से इस बीच की रेत का रंग काला है। रात के समय इस स्थान पर कुत्तों का स्वभाव बदल जाता है। वे कई तरह की अजीबो-गरीब आवाजें निकालने लगते हैं।

यही एक बड़ी वजह है, जिसके चलते इस स्थान का नाम भारत के मोस्ट हॉन्टेड जगहों में शुमार है। देश दुनिया से कई लोग दिन के समय इस डरावने बीच को देखने के लिए आते हैं। वहीं रात के समय इस बीच के आस पास भी कोई नहीं दिखता।कहा जाता  है रात के समय जो भी इस बीच पर गया रहस्यमी तरीके से गायब हो गया और फिर कभी वापिस नहीं आया। 

Wednesday, 13 October 2021

शापित आइलैंड

 शापित आइलैंड। ..... 

रहस्यों से भरी इस दुनिया में ऐसे कई रहस्य है जो बहुत खौफनाक व  दिल दहलाने वाले हैं  पृथ्वी पर ऐसी कई जगहें हैं, जहां पर भूत प्रेतों के होने का दावा किया जाता है। आज हम बात करने वाले हैं ऐसे आइलैंड के बारे में जिसे मौत का आइलैंड भी कहा जाता है। इस रहस्यमयी आइलैंड पर किसी को जाने की अनुमति नहीं है। इस आइलैंड का इतिहास इतना डरावना है, जिसे जानने के बाद आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। तो आइये जानते हैं।  

इस आईलैंड का नाम पोवेग्लिया आइलैंड है। ये आइलैंड इटली के वेनिस शहर और लिडो के बीच वेनेशियन खाड़ी में स्थित है। इसी वजह से पोवेग्लिया आइलैंड का नाम दुनिया की सबसे डरावनी जगहों मे शुमार होता है। ये आइलैंड अक्सर अपनी रहस्यमयी घटनाओं को लेकर चर्चा में बना रहता है।इस आइलैंड के राज से पर्दा उठाने की कोशिश में कई लोग वहां पर गए, पर आज तक वो कभी वापस नहीं आ सके हैं।

पोवेग्लिया आइलैंड मे कहा जाता है यहाँ अनेक भूत प्रेतों का वास है  इस  आइलैंड के इतिहास के मुताबिक़ सालों पहले जब इटली में प्लेग महामारी भयंकर रूप से फैली थी। उस दौरान बीमारी को लेकर सरकार के पास कोई इलाज नहीं था। बीमारी ज्यादा ना फैले इस वजह से सरकार ने करीब 1,60,000 मरीजों को यहां लाकर जिंदा जला दिया तथा उसके कुछ समय बाद काला बुखार नामक एक और बीमारी काफी तेजी से फैली। उस बीमारी से जो कोई मरा उनकी लाशों को भी इसी टापू पर लाकर दफन किया गया। मान्यता है कि तब से ही येे आइलैंड शापित है। कहा जाता है उन लोगों की आत्माएं यहां पर भटकती हैं। कई लोगों ने यहां पर प्रेत आत्माओं को देखने का भी दावा किया है।

यही नहीं कहा जाता है इस टापू से अक्सर अजीबोगरीब आवाजों के आने का दावा किया जाता है। यहां पर होने वाली रहस्यमयी घटनाओं की वजह से सरकार ने यहां पर जाने वाले लोगों के ऊपर प्रतिबंध लगा रखा है। इसी वजह से पोवेग्लिया आइलैंड को दुनिया की सबसे डरावनी जगह कहा जाता है।

Tuesday, 12 October 2021

रहस्यमयी जगह जहाँ हैं सोना ही सोना .....

रहस्यमयी जगह जहाँ हैं सोना ही सोना ..... 

एक रहस्यमयी जगह जहाँ हैं सोना ही सोना जी हाँ हम बात कर रहे है  ऐरिजोना की सुपरस्टीशन पहाड़ियों कि  जहाँ  द लॉस्ट डचमैन गोल्ड माइन में सोने की खदाने हैं, लेकिन जो भी यहां खज़ाने की खोज में  गया वह वापस लौटकर नहीं आया। आख़िरकार इस जग़ह को लोगों के लिए बंद करना पड़ा क्या हैं इन पहाड़ियों का राज़ आइये जानते है। 

अमेरिका के ऐरिजोना की सुपरस्टीशन पहाड़ियों में 'रहस्यमय' सोने का खजाना है। कहा जाता है कि कई लोग सोने की तलाश में यहां गए। यह लोग वहां भटकते रहे और खजाना नहीं मिल पाया , एरिजोना की खतरनाक पहाड़ियों में एक बार खो जाने के बाद जिंदा लौटकर आना मुश्किल है। इसके अलावा पहाड़ी में भीषण गर्मी और जाड़े के मौसम में जमा देने वाली ठंड पड़ती है। यहां की गर्मी और सर्दी बर्दाश्त करना लोगों के लिए मुश्किल होता है। ऐसे मौसम में अगर कोई इन पहाड़ियों में लापता हो गया, तो उसका बचना नामुमकिन है। 

सोने की खोज में पहाड़ियों में जाने वाले लोगों की मौत के बाद प्रशासन ने यहां लोगों के जाने पर प्रतिबंध लगा दिया। सोन के खजाने की खोज में यहां गए कई लोगों की मौत हो चुकी है। इसलिए यहां पर सोने की खदान का खनन गैरकानूनी कर दिया गया है। लेकिन इसके बावजूद लोग वहां सोने की खोज में जाते हैं और अपनी जान गंवा देते हैं। कुछ लोगों ने सोने के टुकड़े पाए हैं, लेकिन खदान का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। 

ऐरिजोना की सुपरस्टीशन पहाड़ियों में खदान का खनन करना गैरकानूनी है। सोना मिला भी तो उसे सरकारी खजाने में जमा किया जाएगा, लेकिन इसके बावजूद लोग सोना ढूंढने वहां जाते हैं और जान गंवा देते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, कई लोग एरिजोना की इन खतरनाक पहाड़ियों में सोने की खोज में गए, लेकिन नहीं आए। ऐसी कई कहानियां इससे जुड़ी हुई हैं। बताया जाता है कि सोना खोजने गए लापता लोगों की बाद में पुलिस ने लाशें बरामद की। जिसके बाद यहाँ  लोगों  ने जाना बंद कर दिया। 



Sunday, 10 October 2021

इस जगह पर कैद हैं एलियंस

इस जगह पर कैद हैं एलियंस। .... 

आज जिस  रहस्यमयी जगह कि बात करने जा रहे वह  हैं अमेरिका का एरिया-51 . इस जगह को गुप्त रखा गया था जिसकी वजह से अमेरिका के लोगों को इस बारे में पता नहीं था। अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए ने साल 2013 में पहली बार एरिया-51 के बारे में दुनिया को बताया।  यहां पर सुरक्षा कड़ी रहती है और यहां पर किसी को आने की इजाजत नहीं है। ऐसा क्या है जो इस जगह को इतना गुप्त रखा गया है। आईए जानते हैं। 

अमेरिका में साल 1950 से ही कहा जाता है कि एरिया-51 में एलियंस रहते हैं। कुछ कांस्पिरेसी थ्योरी में दावा किया गया है कि अमेरिका ने एरिया-51 में एलियंस को कैद कर रखा है और उन पर प्रयोग किए जा रहे हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह है कि यहां पर कंटीली बाड़ों के बीच रातों को उड़ते विमानों की चमक दिखाई देती थी। जून 1959 में पहली बार मीडिया में खबर प्रकाशित हुई कि नेवादा के आसपास रहने वाले लोग हरी चमक के साथ रहस्यमयी चीजों को उड़ता देखा है। 

इसके बाद से लगातार मीडिया में एलियंस से जुड़ी खबरें आने लगीं और लोग मानने लगे कि यहां पर एलियंस को कैदकर रखा गया है। अमेरिका के वैज्ञानिक बंधक बनाकर रखे गए एलियंस पर प्रयोग कर रहे हैं। नेवादा के इस क्षेत्र में किसी के भी आने पर रोक है, इसलिए ऐसी बातें की जानें लगीं।

अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए ने साल 2013 में पहली बार स्वीकार किया कि एरिया-51 जैसी कोई जगह है, लेकिन एलियंस होने से इंकार कर दिया। सीआईए ने बताया कि यह एक अमेरिकी एयरफोर्स बेस है। नेवादा में एक सूखी हुई झील पर यह क्षेत्र बसा हुआ है। इस जगह को बिजली के तारों वाली कंटीली बाड़ों से चारों तरफ से घेरा गया है। इसकी सीमा पर जगह-जगह चेतावनी दी गई है कि अंदर आने की कोशिश करना खतरनाक साबित हो सकता है। इसके साथ ही हर जगह हथियारों से लैस जवानों को तैनात किया गया है। यह जवान चौबीस घंटे इस क्षेत्र की रखवाली करते हैं। इतनी कड़ी सुरक्षा है कि इस क्षेत्र के ऊपर से विमानों को भी आने-जाने की अनुमति नहीं है। यह क्षेत्र 3.7 किमी में फैला है। अब इस क्षेत्र को सैटेलाइट से देखा जा सकता है, लेकिन पहले ऐसा नहीं था। 

अमेरिकी सेना के मुताबिक, यह लड़ाई के मैदान की नकल है। यहां पर युद्ध की तैयारी, ट्रेनिंग और अभ्यास किया जाता है। कथित सेना के अभ्यास के लिए बने इसे क्षेत्र को रूस पर नजर रखने के लिए बनाया गया था। यहां पर एक यू-2 नामक विमान भी था। सीआईए ने हरी लाइटों और किसी रहस्यमयी विमान के बारे में बताया था। उसने कहा था कि लोग जिस विमान के बारे में बात करते हैं वह पचास के दशक में दुनिया के किसी भी विमान से ज्यादा विकसित और अलग लगता था। तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी इसके बारे में बताया था, लेकिन उस समय सिर्फ यह जानकारी दी गई थी कि यह सेना के अभ्यास से जुड़ा हुआ है। माना जाता है कि अमेरिकी सेना अत्याधुनिक विमानों को बनाने के लिए एरिया 51 का इस्तेमाल करती है। यहां करीब 1500 लोगों की तैनाती है। कई बार इस जगह के बारे में खुलासा हुआ है कि यहां अमेरिका का खुफिया प्रोगाम चलता है। 

एलियंस को लेकर कई कांस्पिरेसी थ्योरी हैं। जैसे कहा जाता है कि साल 1947 में न्यू मैक्सिको के रॉसवेल में एलियंस का एक अंतरिक्ष यान दुर्घटना का शिकार हो गया था। उस यान और उसके पायलटों के शवों को यहां रखा गया है। हालांकि अमेरिका की सरकार का कहना है कि यह दुर्घटनाग्रस्त विमान मौसम की जानकारी देने वाला बलून था। कई लोगों का मानना है कि एरिया-51 में एलियंस को कैद कर रखा गया है।

Saturday, 9 October 2021

क्या अंतरिक्ष में भी है बरमुंडा ट्रायंगल ?

क्या अंतरिक्ष में भी है बरमुंडा ट्रायंगल ? ..... 

बरमुंडा ट्रायंगल के बारे में कौन नहीं जानता पूरी दुनिया इसके रहस्य से वाक़िफ़ है यह अटलांटिक महासागर में वह क्षेत्र है जहां कई विमान, एयरक्राफ्ट और जहाज रहस्यमयी तरीके से गायब हो चुके हैं। कई रिसर्च के बाद भी वैज्ञानिक इसके रहस्य से पर्दा नहीं उठा पाए हैं। कई सालों से वैज्ञानिक इसके राज को जानने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनको कामयाबी नहीं मिली है। यह स्थान उत्तर अटलांटिक महासागर में स्थित ब्रिटेन का प्रवासी क्षेत्र है। यह स्थान संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्वी तट पर मियामी (फ्लोरिडा) से 1770 किलोमीटर और हैलिफैक्स, नोवा स्कोटिया, (कनाडा) के दक्षिण में 1350 किलोमीटर (840 मील) की दूरी पर स्थित है। लेकिन आज जिस बरमुंडा ट्रायंगल कि  बात करने जा रहे हैं व अंतरिक्ष में है। आइये जानते हैं। 

स्पेस वैज्ञानिकों  ने अंतरिक्ष में भी एक ऐसा क्षेत्र ढूंढ लिया है जिसे बरमूडा कहा जाता है। अंतरिक्षयात्रियों को इस क्षेत्र से गुजरते वक्त अजीबो-गरीब एहसास होता है। इस क्षेत्र में जाते ही अंतरिक्षयानों के सिस्टम और कंप्यूटरों में खराबी आ जाती है। इस क्षेत्र में अंतरिक्षयात्रियों को एक भीषण चमक नजर आती है। अंतरिक्ष में स्थित बरमूडा ट्रायंगल दक्षिण अटलांटिक महासागर और ब्राजील के ठीक ऊपर आसमान में है। जब इस क्षेत्र से कोई अंतरिक्षयान या स्पेस स्टेशन जाता है तो कंप्यूटर रेडिएशन का शिकार हो जाता है। अंतरिक्षयात्रियों की आंखें भयानक सफेद चमक की वजह से चकाचौंध हो जाती हैं।

वैज्ञानिकों का कहना है कि सूरज से हमेशा तेज किरणें बाहर आती हैं। सूरज से निकलने वाले वाली किरणों में इलेक्ट्रॉन और रेडिएशन भी होता है। जब यह रेडिएशन सूरज की रोशनी के साथ धरती के पास पहुंचता है, तो धरती के ऊपर स्थित एक परत जिसे वैन एलेन बेल्ट कहते हैं वो  रेडिएशन को हमारी धरती पर आने से रोकती है। इससे अंतरिक्ष में उसी इलाके में सूरज से आने वाले रेडिएशन का असर अधिक दिखता है। 

अंतरिक्ष में स्थित इस बरमूडा ट्रांयगल को स्पेस यात्री साउथ अटलांटिक एनोमली कहते हैं। अंतरिक्ष में इस इलाके से जाने वाले अंतरिक्ष यान और स्पेस स्टेशन जल्द से जल्द इसको पार करने की कोशिश करते हैं। इस क्षेत्र से जाने वाले सैटेलाइट को भी रेडिएशन के हमले का शिकार होना पड़ता है। कंप्यूटर सिस्टम काम नहीं करते हैं जिसकी वजह से नासा की अंतरिक्ष दूरबीन हबल भी यहां से गुजरते समय काम नहीं करती है। शायद इसी लिए इसे अंतरिक्ष का बरमुंडा ट्रायंगल कहते हैं। 



नारीलता फूल का रहस्य

नारीलता फूल का रहस्य.....

पृथ्वी पर फूलों की अनेक प्रकार की प्रजातियां हैंपरन्तु कुछ फूल अपनी बनावट और आकार के कारण लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। कुछ इसी तरह का एक फूल सामने आया है जिसकी बनावट आकार बाक़ी फूलों से हट कर है आईए जानते हैं इस रहस्यमयी फूल का सच। 

यह फूल भारत में हिमालय क्षेत्र में पाया जाता है. और वे 20 साल के अंतराल पर खिलते हैं।इस फूल को नारीलता अथवा लियाथाम्बरा  कहा जा रहा है। इस कथित फूल की बनावट नेक्ड महिला जैसी है। महिला के आकार की तरह दिखने वाला यह फूल सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय हो गया है। हालांकि, इस फूल की प्रामाणिकता को लेकर कुछ निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता। कुछ लोगों का कहना है ये फूल श्री लंका मे है परन्तु सत्य क्या है किसी को नहीं पता। 

नेक्ड महिला के आकार वाला इस फूल को सोशल मीडिया पर देखा सकता है।  इस फूल को लेकर सोशल साइटों पर अलग-अलग तरह के दावे किए गए हैं। कुछ का कहना है कि इस फूल को कंप्यूटर की मदद से तैयार किया गया है। इस फूल को लेकर वास्तविकता चाहे जो है लेकिन यह फूल कौतूहल का विषय जरूर बना हुआ है। 

ज्ञानी चोर की गुफा का रहस्य

ज्ञानी चोर की गुफा का रहस्य.....  आज जिस रहस्य कि हम बात करने जा रहे हैं वह है  हरियाणा के रोहतक जिले के महम शहर में एक बावड़ी से है। महम की...